Monday, May 21, 2018

Gardan me dard ka ilaj

गर्दन दर्द के लक्षण, कारण और उपाय / Gardan me dard ka ilaj


Gardan me dard ka ilaj गर्दन और कमर में दर्द होना आजकल एक आम समस्या बन गयी है। आम तौर से किसी खराब मुद्रा के कारण गर्दन की मासपेशियों में तनाव पैदा हो सकता है। उदहारण के लिए कंप्यूटर पर काम करते समय स्क्रीन की तरफ झुका होना, सोते समय ज्यादा ऊंचा तकिया इस्तेमाल करने से इसके अलावा कुछ लोगों को सर्वाइकल की वजह से भी गर्दन में दर्द होता है
गर्दन के दर्द की समस्या अक्सर कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन अगर समय रहते इसका उपचार ना किया जाये तो बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा होने पर किसी भी प्रकार के दवा के सेवन से डॉक्टर की सलाह जरूर लें। गर्दन के दर्द के समस्या होने के कारणों में से नसों में खिचाव सर्वाइकल में नसों का दब जाना मुख्या कारण है। आज इस पोस्ट में हम आपको बतायेंगे Gardan me dard ka ilaj, गर्दन दर्द के लिए योगा।
  • गर्दन में दर्द के कारण क्या-क्या हो सकते हैं।
  • जोड़ों का घिसना
  • शरीर के अन्य सभी जोड़ों की तरह गर्दन के जोड़ भी उम्र के साथ घिसने लग जाते हैं जो जोड़ों में osteoarthritis जैसी समस्या पैदा कर सकते हैं।
  • मासपेशियों में खिंचाव आने की वजह से
  • लम्बे समय तक एक ही पोजीशन में बैठे रहने से
  • उंचे और बड़े तकिये के प्रयोग से
  • गलत बैठने उठने और सोने के तरीकों के कारण

 गर्दन में दर्द के लक्षण

  • छूने पर दर्द होना
  • निगलने में कठिनाई
  • चक्कर आना
  • झुनझुनी महसूस होना
  • कापना
  • लसीका ग्रंथि में सूजन
  • गर्दन के दर्द को सिर दर्द, चेहरे का दर्द, कंधे में दर्द या झुनझुनी के साथ भी जोड़ा जाता है और ये समस्याएं अक्सर गर्दन में नसों के दबने से शुरू होती है।

 गर्दन दर्द के उपचार के लिए घरेलु नुस्खें / Gardan me dard ka ilaj

गर्दन दर्द के इलाज में जैतून का तेल बहोत ही अच्छा होता है।
जैतून के तेल को एक कटोरी में डालके अच्छे से मसाज करें। मसाज करने के बाद गर्म पानी में एक तोलिये को भिगोकर लगभग 10 मिनट तक इसे गर्दन पर रखे।

 अजवाइन


अजवाइन का प्रयोग भी गर्दन के दर्द में कारगर साबित हुआ है। अजवाइन लेकर इससे एक पोटली बना लें। इसके बाद इसे तवे पर गर्म करके गर्दन की सिकाई करें। 2-3 दिन ऐसा करने से गर्दन के दर्द में आराम मिलेगा।

हल्दी

गर्दन के दर्द को ठीक करने के लिए आप हल्दी का भी प्रयोग कर सकते हैं। हल्दी में curcumin नामक जरुरी phytochhemical होता है जो एंटी-इन्फ्लेमेटरी एजेंट की तरह काम करता है। जिससे दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
  • एक गिलास दूध में आधा चमच्च हल्दी मिलाएं।
  • अब इसे 5 मिनट के लिए हल्की आंच में गर्म करें।
  • अब इसमें एक चमच्च शहद मिलायें और ठंडा होने के लिए रख दें और फिर सेवन करें।

 सेब का सिरका / एप्पल साइडर विनेगर

Gardan me dard ka ilaj. सेब के सिरके में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी एजेंट पाया जाता है। जो गर्दन दर्द में तुरंत राहत देता है साथ ही इसमें बहोत सारे पोषक तत्व पाये जाते हैं जिससे पोषक तत्वों की कमी के कारण हुए दर्द में भी राहत मिलती है।कोई भी एक कपडा लें अब इसे सेब के सिरके भिगोये गर्दन पर दर्द वाले हिस्से में सिकाई करें। ऐसा करने से गर्दन का दर्द ठीक हो जाता है।

 सौंठ

सरसों के तेल में सोंठ का चूर्ण मिलाये और फिर इस तेल से गर्दन की मालिश करें। सौंठ और अश्गंध के चूर्ण को दूध के साथ एक-एक चमच्च दिन में दो बार सुबह शाम इसका सेवन करें।

लहसुन

Gardan me dard ka ilaj. गर्दन के दर्द के इलाज के लिये लहसुन का प्रयोग बहोत ही फायदेमंद होता है। लहसुन को सरसों के तेल डालकर इस्तेमाल कर सकते हो। इसके लिए 2 सरसों को गर्म होने के लिये रख दीजिये अब इसमें 4-5 लहसुन की कलियाँ डालें और अच्छे से उबाले। अब इस कपडे में से छानकर एक साफ बोतल में भर दें। अब रोजाना इस तेल से दिन में दो बार गर्दन की मसाज करें।

 बर्फ और गर्म पानी से सिकाई


Gardan me dard ka ilaj. अगर आपको गर्दन में दर्द किसी चोट के कारण हो रहा हो तो आप बर्फ को एक कपडे में लपेटकर उससे सिकाई कर सकते हैं  और फिर उसके ठीक 2-3 मिनट बाद गर्म पानी से सिकाई करने से भी आराम मिलता है। कुछ दिन लगातार ऐसा करने से गर्दन के दर्द में आराम मिलता है।

गर्दन में दर्द के लिए योग आसन

फर्श पर घुटने के बल बैठ जाएँ। अपनी पिंडलियों को जमीन पर इस तरह रख दें कि दोनों पंजे आपस में मिले हों एड़ियों के भार बैठ जायें। अपने हाथों को शरीर के दोनों और जमीन पर रख दें। एक लंबी गहरी स्वास और कमर को झुकाते हुए अपने धड़ को अपनी दोनों जंघाओं के बीच ले आएँ। अब धीरे से अपने सर को जमीन पर रख दें। अपनी हथेलियों को अपने धड़ के दोनों और जमीन पर रखें रहें। इस आसन में जितनी देर संभव हो, विश्राम में रहें। इस आसन से ना केवल गर्दन और पीठ के दर्द में ही आराम मिलता है अपितु मन भी शांत हो जाता है।

नटराज आसन

अपनी पीठ को सीधे रखते हुए जमीन पर लेट जाएँ। धीरे से अपने सीधे पैर को उठाकर बाएँ पैर के ऊपर के आएँ। बांया पैर सीधा ही रखें। ध्यान रहे कि दाहिना पैर जमीन पर एक सीधा कोण बनाए। अपने दोनों हाथों को शरीर के दाहिने और बाएँ तरफ फैला कर रखें। कुछ गहरी लंबी स्वास लें और छोड़े और थोड़ी देर के लिए इसी मुद्रा में रहें।

गर्दन में दर्द होने से कैसे रोकें

अगर घंटो कंप्यूटर पर काम करते हैं तो मासपेशियों के खिंचाव को कम करने के लिए नियमित रूप से सिर को पीछे रीढ़ की हड्डी तरफ झुकाते रहें।
अगर आप काम करते समय फोन पर किसी से बात करते हैं तो फोन को अपने कान और कंधे के बीच न रखें और अगर ज्यादा फोन का इस्तेमाल करना पड़ता है तो आप हैंडसेट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
सोते समय तकिये का प्रयोग ना करें।
पेट के बल ना सोयें।

दोस्तों अगर आपको Gardan me dard ka ilaj को लेकर कुछ भी पुछना है तो कमेंट करें। 





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